हिंदी कोर पाठ्यक्रम (HCC)
सेमेस्टर 5
हिंदी कोर प्रश्नपत्र 11: पाश्चात्य काव्यशास्त्र (BAHHCC11)
हिंदी कोर प्रश्नपत्र 12: हिंदी नाटक/एकांकी (BAHHCC12)
हिंदी विषय आधारित ऐच्छिक पाठ्यक्रम (HDSEC)
1. (क) हिंदी की मौखिक और लोक-साहित्य परंपरा (BAHHDSEC01)
अथवा
(ख) अस्मितामूलक विमर्श और हिंदी साहित्य (BAHHDSEC02)
अथवा
(ग) भारतीय एवं पाश्चात्य रंगमंच सिद्धांत (BAHHDSEC03)
2. (क) हिंदी भाषा का व्यावहारिक व्याकरण (BAHHDSEC04)
अथवा
(ख) कोश विज्ञान: शब्दकोश और विश्वकोश (BAHHDSEC05)
अथवा
(ग) भारतीय साहित्य की संक्षिप्त रूपरेखा (BAHHDSEC06)
CORE
PAPER
HCC-11: पाश्चात्य काव्यशास्त्र
इकाई -1
(क) अरस्तू- अनुकरण सिद्धांत,
विरेचन सिद्धांत, त्रासदी
(ख) लौंजाइनस- उदात्त की अवधारणा,
उदात्त के बाहय श्रोत, उदात्त के आतंरिक स्रोत, उदात्त के अवरोधक
इकाई - 2
(क)
वर्डस्वर्थ और कॉलरिज- कविता सम्बन्धी मान्यताएं, काव्यमाषा सम्बन्धी मान्यताएं, कोलरिज का
कल्पना- सिद्धांत
(ख) टी.
एस. इलियट- परम्परा और वैयक्तिक प्रज्ञा, निर्वैयक्तिकता का सिद्धांत, वस्तुनिष्ठ
सहसंबंध
इकाई - 3
सामान्य परिचय - स्वच्छन्दतावाद, मार्क्सवादी
आलोचना, संरचनावाद,
उत्तर- संरचनावाद
इकाई - 4
काव्य-उपादान- बिंब,
प्रतीक, विसंगति
और विडम्बना, यथार्थ, फैंटेसी, मिथक
HCC-12: हिंदी नाटक/एकांकी
इकाई- 1
भारत- दुर्दशा – भारतेन्दु
इकाई- 2
ध्रुवस्वामिनी - जयशंकर प्रसाद
इकाई- 3
बकरी - सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
इकाई- 4
दीपदान - रामकुमार वर्मा
स्ट्राइक - भुवनेश्वर
सूखी डाली - उपेंद्रनाथ अश्क
तीन अपाहिज - विपिन कुमार अग्रवाल
HDSEC PAPER
DSE-01
(क) हिंदी की मौखिक और लोक-साहित्य परंपरा
इकाई – 1
मौखिक साहित्य की अवधारणा: सामान्य परिचय, मौखिक
साहित्य और लिखित साहित्य का संबंध
साहित्य के विविध रूप- लोक-गीत, लोक-कथा, लोकगाथाएँ, लोकनाट्य, लोकोक्तियाँ, पहेलियाँ,
बुझौवल और मुहावरे, हिन्दी
प्रदेश की जनपदीय बोलियों और उनका साहित्य (सामान्य परिचय), मौखिक
साहित्य और समाज
इकाई - 2
लोकगीत - वाचिक और मुद्रित
संस्कार गीत - सोहर, विवाह, मंगलगीत
इत्यादि ।
सोहर भोजपुरी - संस्कार गीत- श्री हंस कुमार
तिवारी- बिहार राष्ट्रभाषा परिषद,
पृष्ठ 8, गीत
संख्या-04
सोहर अवधी - हिंदी प्रदेश के लोकगीत-
कृष्णदेव उपाध्याय- पृष्ठ 110,
111 (साहित्य भवन,
इलाहबाद)
यज्ञोपवीत - भारतीय लोक-साहित्य; परंपरा और
परिदृश्य- विद्या सिन्हा,
पृष्ठ 88-89
विवाह - भोजपुरी - भारतीय लोक साहित्य; परंपरा और
परिदृश्य- विद्या सिन्हा,
पृष्ठ 116
ऋतुसंबंधी गीत - बारहमासा,
होली, चैती, कजरी इत्यादि
।
पाठ:
हिन्दी प्रदेश के लोकगीत: कृष्णदेव उपाध्याय, पृष्ठ 205
हरियाणा प्रदेश का लोकसाहित्य: शंकर लाल यादव, पृष्ठ 231
वाधिक कविता: भोजपुरी : पंडित विद्यानिवास मिश्र, पृष्ठ 51
श्रम संबंधी गीत - कटनी, जंतसर, दंवनी, रोपनी
इत्यादि ।
कटनी के गीत - अवधी 2 गीत- हिंदी
प्रदेश के लोकगीत : कृष्णदेव उपाध्याय,
पृष्ठ-134-135
जंतसारी - भोजपुरी - भारतीय लोक साहित्य;
परंपरा और परिदृश्य - विद्या सिन्हा,
पृष्ठ-140-141
विविध गीत - घुघुति कुमाउनी : कविता कौमुदी
: ग्रामगीत : पंडित रामनरेश त्रिपाठी,
पृष्ठ- 802-803
इकाई -3
लोककथाएँ एवं लोकगाथाएँ विधा का सामान्य परिचय और प्रसिद्ध
लोककथाओं एवं लोकगाथाओं आल्हा,
लोरिक,
सारंगा-सदावृक्ष, बिहुला
राजस्थानी लोक कथा नं. 2, हिंदी साहित्य का वृहत इतिहास, पंडित राहुल
सांकृत्यायन, पृष्ठ
10-11
सोलहवां भाग
मालवी लोककथाएँ नं. 2
हिंदी साहित्य का वृहत इतिहास,
पंडित राहुल सांकृत्यायन,
पृष्ठ 461-462
अवधी लोककथा नं. 2
हिंदी साहित्य का वृहत इतिहास,
पंडित राहुल सांकृत्यायन,
पृष्ठ 187-188
इकाई- 4
लोकनाट्य: विधा का परिचय, विविध भाषा
क्षेत्रों के विविध नाट्यरूप और शैलियों,
रामलीला; रासलीला
मालवा का नाच, राजस्थान
का ख्याल, उत्तर
प्रदेश की नौटंकी, भांड, रासलीला, बिहार-बिदेसिया, हरियाणा सांग
(क) पाठ: संक्षिप्त पद्मावत सांग रागिनी संख्या 1,3,6,7,8, 13, 14, 17, 18, 19,
28, 34, 37, 38, 43, 58, 60, 67 (लखमीचन्द ग्रंथावली,
सं. प्रो. पूरचन्द शर्मा,
हरियाणा साहित्य अकादमी)
(ख)
बिदेसिया भिखारी ठाकुर कृत लोकनाट्य
(ख) अस्मितामूलक विमर्श और हिंदी साहित्य
इकाई-1 विमर्शो
की सैद्धांतिकी
(क) दलित
विमर्श: अवधारणा और आंदोलन, फुले और अम्बेडकर
(ख)
स्त्री विमर्श: अवधारणाए और आंदोलन (पाश्चात्य और भारतीय)
दलित स्त्रीवाद,
लिंगभेद, पितृसता
(ग)
आदिवासी विमर्श: अवधारणा और आंदोलन
जल,
जंगल, जमीन
और पहचान का सवाल
इकाई -2 विमर्शमूलक
कथा साहित्य
1- ओमप्रकाश वाल्मीकि-
सलाम
2- हरिराम मीणा- धूणी तो तीर,
पृष्ठ संख्या 158
-167
3- ब्रजमोहन- क्रांतिवीर मदारी पासी,
पृष्ठ संख्या 44-57
4- नासिरा
शर्मा - खुदा की वापसी
इकाई - 3 विमर्शमूलक
कविता
क) दलित कविता :
(1) हीरा डोम
(अछूत की शिकायत)
(2) मलखान सिंह
(सुनो ब्राह्मण)
(3) माता प्रसाद
(सोनवा का पिंजरा)
(4) असंगघोष (मैं
दूंगा माकूल जवाब)
ख) स्त्री कविता :
(1) अनामिका
(स्त्रियां)
(2) निर्मला पुत्तुल
(क्या तुम जानते हो)
(3) कात्यायनी
(सात भाइयों के बीच चम्पा)
(4) सविता सिंह
(मैं किसकी औरत हूँ)
इकाई- 4 विमर्शमूलक
अन्य गद्य विधाएँ
1-
प्रभा खेतान, पृष्ठ
28-42:
अन्या से अनन्या तक
2-
तुलसीराम मुर्दहिया (चौधरी चाचा से प्रारम्भ पृष्ठ संख्या 125 से 135)
3-
महादेवी वर्मा: 'स्त्री
के अर्थ-स्वातंत्र्य का प्रश्न’
4- श्यौराज
सिंह 'बेचैन'- मेरा बचपन
मेरे कंधों पर (दिल्ली: बड़ी दुनिया में छोटे कदम, यहाँ एक मोची रहता था)
(ग) भारतीय एवं पाश्चात्य रंगमंच सिद्धांत
इकाई- 1
नाटक की विधागत विशिष्टता, नाट्यतत्व (भारतीय एवं पाश्चात्य), नाटक और
रंगमंच का अंतःसंबंध,
दृश्य और श्रव्य तत्वों का समायोजन तथा नाट्यानुभूति और रंगानुभूति
इकाई- 2
रंगकर्म: नाटककार,
निर्देशक, अभिनेता, पार्श्वकर्म, नाटक के
संदर्भ में भरतमुनि के रस-सिद्धांत एवं अरस्तू के विरेचन सिद्धांत का विशिष्ट
अध्ययन
इकाई- 3
पश्चिमी नाट्यभेद- त्रासदी, कामदी,
मेलोड्रामा एवं फार्स (सामान्य परिचय),
नाटक के संदर्भ में भारतमुनि के रस-सिद्धांत एवं अरस्तू के विरेचन सिद्धांत का
विशिष्ट अध्ययन
इकाई- 4
प्राचीन भारतीय नाट्यरूप- रूपक, उपरूपक तथा
इनके भेद (सामान्य परिचय),
आधुनिक भारतीय नाट्यरूप-एकांकी,
काव्य-नाटक, रेडियो-नाटक, नुक्कड़-नाटक, टेलीफिल्म और
धारावाहिक (सामान्य परिचय)
DSE-02
(क) हिंदी भाषा का व्यावहारिक व्याकरण
इकाई- 1 भाषा
और व्याकरण
भाषा की परिभाषा और विशेषताएं
व्याकरण की परिभाषा,
महत्व और व्याकरण का अंतःसंबंध
ध्वनि और वर्ण
हिंदी ध्वनियों का वर्गीकरण (स्वर, व्यंजन और
मात्राएं)
इकाई- 2 शब्द-विचार
शब्द की परिभाषा और उसके भेद (रचना एवं स्रोत के आधार पर)
शब्दों की व्याकरणिक कोटिया (संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया आदि)
केवल परिभाषा एवं भेद
शब्दों का रूपांतरण,
शब्दगत अशुद्धियाँ
शब्द- निर्माण (उपसर्ग, प्रत्यय,
संधि और समास)
इकाई- 3 पद-विचार
पद का स्वरूप
शब्द और पद में अंतर
विकारी शब्दों की रूप रचना (सेना, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया)
अविकारी शब्द (अव्यय)
इकाई- 4 वाक्य-विचार
वाक्य की परिभाषा और उसके अंग
वाक्य के भेद (रचना
एवं अर्थ के आधार पर)
वाक्य संरचना ( पदक्रम, अन्विति और विराम- चिह्न)
वाक्यगत अशुद्धियां
(ख) कोश विज्ञान: शब्दकोश और विश्वकोश
इकाई 1
कोश
परिचय
अर्थ और परिभाषा
उपयोगिता और महत्त्व
हिंदी कोश के उपयोग के नियम (वर्णानुक्रम,स्वर की मात्राएँ,
अनुस्वार एवं अनुनासिक,सयुंक्त व्यंजन वर्ण)
इकाई 2
कोश निर्माण
शब्द संकलन एवं चयन
प्रविष्टि (वर्तनी, क्रम, व्याकरणिक कोटि और स्त्रोत)
शब्द का अर्थ और विस्तार
शब्द प्रयुक्तियाँ
इकाई 3
कोश के प्रकार
कोश: वर्गीकरण के आधार
विषय के आधार पर (भूगोल कोष,इतिहास कोश, मनोविज्ञान कोश
आदि)
भाषा के आधार पर (एकभाषी, द्विभाषी और बहुभाषी)
आकार के आधार पर
(सामान्य और विश्वकोश)
पारिभाषिक शब्दावली
इकाई 4
प्रमुख कोशों का परिचय
हिंदी-हिंदी शब्दकोश- वृहत हिंदी शब्दकोश, ज्ञानमंडल
अंग्रेजी-हिंदी शब्दकोश- फादर कामिल बुल्के
हिंदी-अंग्रेजी शब्दकोश- भोलानाथ तिवारी और महेंद्र
चतुर्वेदी
विश्वकोश- हिंदी शब्दसागर- नागरी प्रचारिणी सभा
ई-कोश
(ग) भारतीय साहित्य की संक्षिप्त रूपरेखा
इकाई -1 भारतीय
अस्मिता का स्वरूप : भौगोलिक,
भाषिक और सांस्कृतिक
भारत की भौगोलिक,
भाषिक और सांस्कृतिक विविधता
विविधता में एकता के अंतः सूत्र : भाषा, संस्कृति और
साहित्य का अन्तस्संबंध
भारतीय साहित्य की संकल्पना, भारतीय साहित्य के आधार- तत्व
भारतीय साहित्य का सामासिक स्वरूप
इकाई - 2 भारतीय
साहित्य का परिचय
वैदिक साहित्य,
लौकिक संस्कृत साहित्य
पालि, प्राकृत एवं अपभ्रंश साहित्य
प्राचीन तमिल साहित्य
इकाई -3 भारतीय
साहित्य का सामान्य परिचय
आधुनिकता- पूर्व भारतीय साहित्य : तमिल, कन्नड़, तेलुगू,
मलयालम, मराठी, गुजराती, बांग्ला, उड़िया, असमिया, मणिपुरी, उर्दू,पंजाबी, कश्मीरी,
हिंदी
इकाई – 4 भारतीय
साहित्य का सामान्य परिचय
आधुनिक भारतीय साहित्य, भारतीय साहित्य के प्रमुख आन्दोलन-
भक्ति आन्दोलन, नवजागरण एवं राष्ट्रीय आन्दोलन, स्वाधीनता आन्दोलन, स्वतंत्र्योत्तर
भारतीय साहित्य, उत्तर-आधुनिक संदर्भ
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