हिंदी कोर पाठ्यक्रम (HCC)
सेमेस्टर 6
हिंदी कोर प्रश्नपत्र 11: हिंदी आलोचना (BAHHCC13)
हिंदी कोर प्रश्नपत्र 12: हिंदी निबंध और अन्य गद्य विधाएँ (BAHHCC14)
हिंदी
विषय आधारित ऐच्छिक पाठ्यक्रम (HDSEC)
DSE: 1. (क) लोकनाट्य (BAHHDSEC07)
अथवा
(ख) हिंदी की भाषिक विविधताएं (BAHHDSEC08)
अथवा
(ग) भारतीय साहित्य : पाठपरक अध्ययन
(BAHHDSEC09)
DSE: 2. (क) शोध-प्रविधि (BAHHDSEC10)
अथवा
(ख) अवधारणात्मक साहित्यिक पद (BAHHDSEC11)
अथवा
(ग) हिंदी रंगमंच (BAHHDSEC12)
नोट: 1 और 2 में से एक-एक पेपर का चयन
CORE PAPER
HCC-13: हिंदी आलोचना (HCC13)
इकाई – 1
हिंदी आलोचना का विकास : भारतेंदु युग से द्विवेदी युग तक
इकाई – 2
छायावादयुगीन आलोचना : पाठ आधारित
रामचंद्र शुक्ल : काव्य
में लोकमंगल की साधनावस्था
प्रेमचंद : साहित्य
का उद्देश्य
प्रसाद : छायावाद
और यथार्थवाद
हजारीप्रसाद द्विवेदी : आधुनिक
साहित्य : नई मान्यताएं
इकाई – 3
नई कविता के युग की आलोचना : पाठ आधारित
रामविलास शर्मा : तुलसी
साहित्य में सामंत विरोधी मूल्य
अज्ञेय : दूसरा सप्तक की भूमिका
मुक्तिबोध : नई कविता का आत्मसंघर्ष
विजयदेव नारायण साही : शमशेर की काव्यानुभूति की बनावट
इकाई – 4
नव लेखन के युग की आलोचना (कथा आलोचना) : पाठ आधारित
नामवर सिंह – नई कहानी : सफलता
और सार्थकता
सुरेंद्र चौधरी – कहानी की पाठ-प्रक्रिया
: कथा के स्तरों का प्रश्न
नेमिचंद्र जैन – संदर्भ की खोज
निर्मल वर्मा – रेणु : समग्र
मानवीय दृष्टि
HCC-14: हिंदी निबंध और अन्य गद्य विधाएँ (HCC14)
इकाई – 1
निबंध
बालकृष्ण भट्ट - जातियों का अनूठापन (National charter) (भट्ट
निबंधमाला, द्वितीय भाग,
नागरीप्रचारिणी सभा, काशी)
बालमुकुंद गुप्त - मेले का ऊँट (राजकमल प्रकाशन, 1988)
सरदार पूर्ण सिंह - मजदूरी और
प्रेम
रामचंद्र शुक्ल - अतीत की स्मृति
इकाई – 2
निबंध
हजारीप्रसाद द्विवेदी - भारतवर्ष
की सांस्कृतिक समस्या
विद्यानिवास मिश्र - तुम चंदन हम
पानी
हरिशंकर परसाई - वैष्णव की फिसलन
महादेवी वर्मा – हमारी श्रृंखला
की कड़ियां
इकाई – 3
जीवनी/आत्मकथा
पांडेय बेचन शर्मा - अपनी खबर,
आत्माराम एंड संस
रामविलास शर्मा – ‘निराला की
साहित्य साधना’ भाग- 1
से ‘नए संघर्ष’
शीर्षक अध्याय
इकाई – 4
संस्मरण/रेखाचित्र/यात्रा-वृत्तांत
संस्मरण : अज्ञेय के साथ -
आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्री, ‘हंसबलाका’ से
रेखाचित्र : सुभान खां -
रामवृक्ष बेनीपुरी, माटी की मूरतें, ग्रंथावली से
यात्रा वृत्तांत : राहुल
सांकृत्यायन - अथातो घुमक्कड़ जिज्ञासा
HDSEC PAPER
DSE-01
(क) लोकनाट्य (BAHHDSEC07)
इकाई – 1
लोकनाट्य : अवधारणा, स्वरूप और इतिहास
(प्रमुख रूपों का परिचय एवं पाठ) लोकनाट्य रामलीला, सांग, ख्याल, माच, अंकिया, पांडवानी, बिदेशिया एवं नौटंकी
इकाई – 2
विदेशिया - भिखारी ठाकुर
इकाई – 3
सांग- नल दमयंती : लख्मीचंद
इकाई – 4
माच - राजा भरथरी : सिद्धेश्वर
सेन
(ख)
हिंदी की भाषिक विविधताएं (BAHHDSEC08)
इकाई
– 1
(क) वाचिक हिंदी के क्षेत्रीय
रूप – बिहारी, बंबइया, दक्षिण भारतीय, हरियाणवी, पंजाबी,
हिंग्लिश सिनेमा, साहित्य और मीडिया,
नए मीडिया में हिंदी की विविध छवियां
(ख) साहित्यिक भाषा के रूप में
हिंदी की विविधता – कबीर, अमीर खुसरो, बुल्ले शाह,
गद्य और आधुनिक साहित्यिक हिंदी
इकाई
– 2
(क) कबीर -
हमन है इश्क मस्ताना, अमीर खुसरो की मुकरियां
(ख)
वली दकनी-
किया मुझ इश्क़ ने ज़ालिम कूँ आब आहिस्ता आहिस्ता
कि आतिश गुल कूँ करती है गुलाब आहिस्ता आहिस्ता
वफ़ादारी ने दिलबर की बुझाया आतिश-ए-ग़म कूँ
कि गर्मी दफ़ा करता है गुलाब आहिस्ता आहिस्ता
अजब कुछ लुत्फ़ रखता है शब-ए-ख़ल्वत में गुल-रू सूँ
ख़िताब आहिस्ता आहिस्ता जवाब आहिस्ता आहिस्ता
मिरे दिल कूँ किया बे-ख़ुद तिरी अँखियाँ ने आख़िर कूँ
कि ज्यूँ बेहोश करती है शराब आहिस्ता आहिस्ता
हुआ तुझ इश्क़ सूँ ऐ आतिशीं-रू दिल मिरा पानी
कि ज्यूँ गलता है आतिश सूँ गुलाब आहिस्ता आहिस्ता
अदा ओ नाज़ सूँ आता है वो रौशन-जबीं घर सूँ
कि ज्यूँ मशरिक़ सूँ निकले आफ़्ताब आहिस्ता आहिस्ता
'वली' मुझ दिल में आता है ख़याल-ए-यार-ए-बे-परवा
कि ज्यूँ अँखियाँ मनीं आता है ख़्वाब आहिस्ता आहिस्ता
इकाई
– 3
(क) बनारसीदास और अर्द्धकथानक
(ख) ग़ालिब की शायरी
इकाई
– 4
(क) इंशा अल्ला खां - रानी केतकी की कहानी
(ख) फणीश्वरनाथ रेणु – पंचलैट
(ग)
भारतीय साहित्य : पाठपरक अध्ययन (BAHHDSEC09)
इकाई
– 1
- वाल्मीकि – ‘सप्तपर्णा’ ;
रामकाव्य का जन्म; पृष्ठ 115-119 में महादेवी
वर्मा कृत अनुवाद
- कालिदास – ‘उत्तरमेघ’ ; नागार्जुन
की चुनी हुई रचनाएं; पृष्ठ 345-349; छंद सं. 22 से 27, 37, 47 ; भगवतशरण
उपाध्याय/नागार्जुन कृत अनुवाद
- गाथा सप्तशती ; डॉ. हरीराम
आचार्य ; प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर;
प्रथम शतक ; श्लोक संख्या 4,6,33,45,49,58,77 ;
षष्ठ शतक ; श्लोक संख्या 30,35,38
इकाई
– 2
(क) नामदेव - साहित्य अकादमी
द्वारा प्रकाशित ‘हिंदी ज्ञानेश्वरी’ से, आलवार पद्य शंकरदेव की रचनाएं
मध्यकालीन तेलुगू कवि वेमना - साहित्य
अकादमी
लल यद्य – भाषा, साहित्य और
संस्कृति - विमलेश कांति वर्मा
कश्मीरी साहित्य का इतिहास ; पृष्ठ
30-44; शशि शेखर तोशखानी;
जे एंड के अकादमी
ऑफ़ आर्ट कल्चर एंड लैंग्वेजेज़े ; नहर मार्ग, जम्मू ; प्रथम संस्करण 1985;
- मुझ पर वे चाहे हंसे…
- गुरु ने मुझसे कहा…
- हम ही थे…
- पिया को खोजने…
- देव फिर पूजा कैसी…
- यह देवता भी पत्थर ही है…
- मैं सीधे पथ से ही आयी...
इकाई
– 3
(क) रवींद्रनाथ टैगोर गीतांजलि
के कुछ अंश साहित्य के ‘रवींद्र रचना संचयन’ से ; साहित्य अकादमी ; प्रकाशन वर्ष 1987 ; भारत तीर्थ, धूलि
मंदिर ; पृष्ठ 131-135
(ख) सुब्रह्मण्यम भारती की
कविताएं ; साहित्य अकादमी ; संस्करण 1983
; ‘स्वतंत्रता का ज्ञान’ पृष्ठ 46-47
(ग) वल्लतोल की कविताएं ; साहित्य
अकादमी 1959 ; ‘क्षमा
प्रार्थना’ ; पृष्ठ 82, 83, 84
इकाई
– 4
(क) उपन्यास – अंश : शिवाजी
सावंत कृत ‘मृत्युंजय’ ; संस्करण 39 ; वर्ष 2012 ; भारतीय
ज्ञानपीठ ; प्रथम खंड (कर्ण) ; पृष्ठ 19-117
(ख) जीवनी - अंश : नारायण देसाई
कृत ‘अग्निकुंड में खिला गुलाब’ पृष्ठ 95-107
(ग) नाटक : हयवदन ; गिरीश कर्नाड
; राधाकृष्ण प्रकाशन ; संस्करण-1970 ; पृष्ठ 17-73
(घ) कहानी : तक्शी शिवशंकर
पिल्लै - खून का रिश्ता (मलयालम कहानियां)
भारतीय शिखर कथा कोश, संपादक –
कमलेश्वर
DSE-02
(क)
शोध-प्रविधि (BAHHDSEC10)
इकाई
– 1
शोध प्रविधि : स्वरूप और परिचय
शोध से अभिप्राय : स्वरूप और
विशेषताएं
शोध के प्रकार
हिंदी में शोध : दशा और दिशा
इकाई
– 2
शोध में प्राक्कल्पना, कल्पना,
विपरीत कल्पना और परिकल्पना
शोध में सत्य और तथ्य
शोध और आलोचना
प्रमुख शोध पद्धतियां : तुलनात्मक,
मनोवैज्ञानिक, समाजशास्त्रीय, भाषा वैज्ञानिक/शैलीवैज्ञानिक, पाठालोचनात्मक, अंतर-अनुशासनात्मक
इकाई
– 3
शोध में विषय चयन
शोध और तथ्य विश्लेषण
शोध और निष्कर्ष
शोध प्रबंध की रूपरेखा निर्माण प्रक्रिया
इकाई
– 4
शोध संबंधी समस्याएं
एक अच्छे शोधार्थी के गुण
शोध के साधन और उपकरण
संदर्भ सूची निर्माण की
प्रक्रिया
(ख)
अवधारणात्मक साहित्यिक पद (BAHHDSEC11)
इकाई
– 1
शब्द शक्ति, अभिधा, लक्षणा, व्यंजना
अलंकार की अवधारणा, शब्दालंकार और अर्थालंकार
छंद की अवधारणा, मात्रिक और वर्णिक
इकाई
– 2
रस और रस निष्पत्ति, साधारणीकरण, काव्य-लक्षण,
काव्य-हेतु, महाकाव्य, खंडकाव्य, गीतिकाव्य, नाटक
इकाई
– 3
शास्त्रवाद, स्वच्छंदतावाद, मानववाद,
आलोचनात्मक यथार्थवाद, समाजवादी यथार्थवाद, जादुई यथार्थवाद, संरचनावाद,
उत्तर-संरचनावाद
इकाई
– 4
विरेचन, त्रासदी, कल्पना, बिंब, प्रतीक,
आधुनिकता और आधुनिकतावाद, उत्तर-आधुनिकता, निबंध, कहानी, उपन्यास
(ग)
हिंदी रंगमंच (BAHHDSEC12)
इकाई
– 1
(क) पारंपरिक रंगमंच
रामलीला, रासलीला, नौटंकी,
विदेसिया, पांडवानी, अंकिया, सांग, ख्याल, माच (सामान्य परिचय)
(ख) प्राचीन भारतीय प्रदर्शन परंपरा और आधुनिक
रंगमंच
इकाई
– 2
हिंदी रंगमंच की विकास यात्रा
(क) हिंदी रंगमंच : पारसी
थियेटर, भारतेंदु युगीन रंगमंच, माधव प्रसाद शुक्लयुगीन रंगमंच, पृथ्वी थिएटर
(ख) रंग संस्थाएं : रंग-प्रशिक्षण एवं गतिविधियां, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, रंगमंडल, भारत भवन, भोपाल; भारतेंदु नाट्य अकादमी, लखनऊ
इकाई
– 3
आधुनिक हिंदी रंगमंच की विभिन्न
शैलियां
शैलीबद्ध, यथार्थवादी, एब्सर्ड
तथा लोक शैली
इकाई
– 4
प्रमुख रंग व्यक्तित्व और उनकी
रंगदृष्टि : राधेश्याम कथावाचक, श्यामानंद जालान, सत्यदेव दुबे, ब. व. कारंत,
इब्राहिम अल्काजी
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